SINGRAULI POLICE NEWS: मृतक के पत्नी का आरोप, सरई पुलिस ने साक्ष्य मिटाने का किया है काम

सरई 13 जनवरी। सरई थाना अंतर्गत नौढ़िया निवासी स्व. रामकमल पाण्डेय की पत्नी ने सरई टीआई पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस ने साक्ष्य मिटाने का कार्य किया है। मेरे पति की मौत बिजली करंट से नही, बल्कि उनकी हत्या की गई है। पीड़िता ने बयान देते हुए गुहार लगाई है कि सरई पुलिस से नही बल्कि इसकी अलग टीम से विधिवत न्यायिक जांच कराई जाए।
गौरतलब हो कि बीते 7 जनवरी को रामकमल पाण्डेय पिता स्व. रामप्रभा पाण्डेय उम्र 41 वर्ष निवासी नौढ़िया का शिवगढ़ रेत के अवैध खदान के पास शव मिला। जहां ट्रैक्टर से उनके शव को उनके घर पहुंचा दिया गया। जहां परिजनों ने थाने के सामने हंगामा किया। तब कहीं जाकर सरई पुलिस नींद से जागी और मनगढ़न्त कहानी बनाते हुए तीन लोगों को संदेह के आधार पर उठाया और उन्ही को आरोपी बनाते हुए उनके पास से तार और लोहे की कील बरामद करते हुए खुलासा कर दिया कि आरोपी पकड़ गए हैं। इन्ही के द्वारा सुअर मारने के बिजली का तार लगाया गया था। तार में फंसने के चलते रामकमल की मौत हुई है। लेकिन घटना के बाद हंगामे के समय परिजन थाने के सामने गुहार लगाते रहे कि बिजली के तार से मौत नही हुई है, बल्कि रामकमल की हत्या हुई है। परिजनों ने यह भी कहा कि सरई टीआई और उनकी टीम शिवगढ़ से प्रतिदिन रेत की निकासी करवाती है। रेत की वजह से रामकमल की हत्या की गई है। लेकिन परिजनो की गुहार को सरई टीआई नजर अंदाज करते हुए और अपनी नाकामी को छुपाते हुए मनगढ़न्त कहानी बनाकर बिजली करंट सेे मौत होना साबित किया है।
सबूत को पुलिस ने मिटाया
स्व. रामकमल पाण्डेय की पत्नी सुनीता पाण्डेय ने कहा है कि सरई पुलिस से विश्वास उठ चुका है। क्योंकि सरई पुलिस मुझे नही देगी। अगर सरई पुलिस को न्याय देना होता तो घटना स्थल से मिट्टी डालकर सबूत न मिटाया जाता। मृतक की पत्नी ने यह भी कहा कि अगर करंट से मौत होती तो उनका शरीर या जहां करंट लगा होता वहां का अंग जल गया होता और कपड़े के ऊपर से करंट कैसे लगा। इस सभी साक्ष्य को सरई पुलिस ने अपने आप को बचाने के लिए करंट लगने की बात कर रही है।